Our gratitude to Rajshree Chandra and Kush Gayasen, Janki Devi Memorial College, Delhi University, India, for translating our Introduction into Hindi.
Original English text by Laura Betancur-Restrepo, Amar Bhatia, Usha Natarajan, John Reynolds, Ntina Tzouvala & Sujith Xavier.
अंतर्राष्ट्रीय कानून के प्रति तीसरे विश्व के दृष्टिकोण [Third World Approaches to International Law (TWAIL)], एक ऐसा आंदोलन है जो अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के क्षेत्र में कार्यरत उन सभी अध्येताओं और व्यक्तियों को जोड़ता है, जो वैश्विक दक्षिण (“ग्लोबल साउथ”) से जुड़े मुद्दों से सम्बद्ध हैं। TWAIL से जुड़े विद्वत्तापूर्ण कार्यसूची विविध प्रकृति के हैं। वे तृतीय विश्ववादी, मार्क्सवादी और नारीवादी विचार, उत्तर उपनिवेशवाद और विउपनिवेशिक-स्वदेशी अध्ययन और आलोचनात्मक नस्ल सिद्धांत इत्यादि जैसे क्षेत्रों के परिप्रेक्ष्य को शामिल करते हैं। TWAIL के हस्तक्षेप के सामान्य विषय निम्न हैं: अंतर्राष्ट्रीय कानून की औपनिवेशिक विरासतों के पुनरीक्षण और डीकॉन्स्ट्रक्ट करना; वैश्विक-दक्षिण के लोगों की जीवंत वास्तविकताओं के विउपनिवेशिकारन कासाथ देना; और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था, जो उनके जीवन को नियंत्रित करते हैं, उसके मौलिक परिवर्तनों या उससे विच्छेद का समर्थन करना। पिछले बीस वर्षों में, TWAIL नेटवर्क के विस्तार और विकास का परिणाम है की इसने सभी पांच महाद्वीपों पर हजारों लोगों को अपने नेटवर्क में शामिल किया है। TWAIL Review (TWAILR) पहला निरंतर प्रकाशन होने का लक्ष्य रख़ता है और TWAIL नेटवर्क और उसके उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है।
पारंपरिक कानून समीक्षाओं की शैली में, TWAILR एक वार्षिक श्रृंखला प्रकाशित करेगा जिसमें पत्रिका में छापे जाने वाले लेख होंगे। महत्वपूर्ण रूप से, इस पारंपरिक विषय सूची के साथ, TWAILR साल भर की सामग्री प्रकाशित करेगा जिसमें निम्नलिखित विषय शामिल होंगे- हमारे क्षेत्र में बौद्धिक धाराओं और वर्तमान मामलों दोनों पर छोटे विचार-संबंधी निबंध, (TWAILR: प्रतिबिंब), अग्रणी विद्वानों और इस क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों के साथ साक्षात्कार (TWAILR: संवाद), साथ ही साथ वैसे खंड जो गैर-पारंपरिक रूपों को संबोधित करते हों या उनसे बने हों, उदाहरणतःTWAIL (TWAILR: Extra) के लिए प्रासंगिक कथा साहित्य और कला।

TWAILR अंतर्राष्ट्रीय कानून विषय छेत्र के ज्ञान उत्पादन में हस्तक्षेप के लिए एक सचेत प्रयास है। इसका उद्देश्य हमारे विषय क्षेत्र को वास्तविक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्वभाव का बनाना है। हालाँकि हम परंपरागत विद्वता को महत्व देते हैं, लेकिन हम यह भी महसूस करते हैं कि ये अंतर्राष्ट्रीय कानून के पूर्ण अनुभव, और दुनिया में इसके प्रभावों को पर्याप्त रूप से नहीं दिखा सकते हैं। विभिन्न माध्यमों और अभिव्यक्तियों के प्रति खुलापन, विशिष्ट और आभिजात अनुशासनात्मक प्रवृत्तियों को कम कर देता है। TWAIL के समग्र उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए, TWAILR का लक्ष्य, विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के लोगों के लिए सुलभ और पठनीय बने रहने का भपुर प्रयास करेगा। इसे ध्यान में रखते हुए, TWAILR पूरी तरह से ऑनलाइन होगा, किसी समानांतर प्रिंट प्रकाशन के बिना, और साथ ही साथ किसी प्रकार की सदस्यता के बिना ही यह खुले रूप से उपलभ्द रहने के लिए प्रतिबद्ध है। TWAILR का उद्देश्य एक ऐसी संगठनात्मक संरचना है, जो प्रतिनिधिक, जवाबदेह और गैर-श्रेणीबद्ध हो। हमारे संपादकीय सामूहिक, समय-समय पर नेटवर्क के भीतर रोटेट होते रहेंगे। इस मार्गदर्शक सिद्धांत के साथ कि यह लिंग और भौगोलिक क्षेत्रों के संदर्भ में व्यापक तौर पर प्रतिनिधिक बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है । अभी TWAILR एक अंग्रेजी भाषा प्रकाशन के रूप में शुरू हो रहा है, एक प्लैटफ़ार्म बन जाने के बाद, आने वाले वर्षों में विविधता लाने के उद्देश्य से यह अन्य भाषाओं में भी प्रकाशित होने की उम्मीद करता है।
स्वभाव से, अंतर्राष्ट्रीय कानून एक प्रगतिशील विषय-छेत्र नहीं है। इसने स्वयं को सत्ता के लिए उपयोगी और रूढ़िवादी साबित किया है। साथ ही समकालीन चुनौतियों से निपटने के लिए भी इसे संघर्ष करना पड़ा है। गरीबी और असमानता से लेकर प्रवास और पर्यावरण विनाश तक, मानवाधिकारों और मानवतावाद से लेकर आर्थिक विकास और पुनर्वितरण तक, अंतर्राष्ट्रीय वकीलों के लिए चुनौतियाँ नितांत और अत्यावश्यक हैं। जिन तरीकों से अंतरराष्ट्रीय अभिवक्ताओं ने अतीत में काम किया है, उन्होंने इन समस्याओं को कम करने में मदद नहीं की है। बल्कि, कई मायनों में हमारे विषय क्षेत्र ने इन समयायो को और घोर बनाया है। परिवर्तनकारी , नयी प्रतिक्रियाओं की संभावना तब बढ़ती है जब विषय क्षेत्र में ऐसे लोगों की भी आवाजें शामिल हों जाय जो लिंग, जाति, वर्ग,तथा अन्य के भेद भाव और बहिष्कार के स्पष्ट और अंतर्निहित पूर्वाग्रहों के कारण लम्बे समय तक हाशित हुए हैं। TWAILR वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ – जो कि विश्व के अधिकांश भाग का हिस्सा है) की संवेदनाओं के साथ-साथ, सोच के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय कानून के साथ एक अधिक समावेशी, रचनात्मक और उत्पादक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। अंतर्राष्ट्रीय कानून के मुख्यधारा दुनिया के व्यापक हिस्सों को चुप करा कर या दरकिनार कर, ॰ मानव अनुभावों की विविधता को दर्शाने में सक्षम नहीं रहा। अंतरष्ट्रिया क़ानून के अपने अधिकांशतः इतिहास काल में , वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) को मुख्य रूप से एक सैन्य, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक या नैतिक उत्तरदायित्व के रूप में देखा है। TWAILR हमारे विषय क्षेत्र (discipline) के भविष्य को आकार देने के लिए, तीसरी दुनिया की सोच के विस्तारण को प्रोत्साहित करता है। और साथ ही साथ एक अधिक न्यायसंगत, अधिक मौलिक और अधिक उत्तरदायी, अंतरराष्ट्रीय कानून की कल्पना करता है जो हमारे सामूहिक चुनौतियों के प्रति अधिक प्रक्रियाशील हो।